*Guru Gyan:* _(Shiv Sutra_2.6)_उद्यमो भैरवः .... अप्रयत्नशील न रहो। सूरज जब उगता है, तब तभी उदय होगा, बारिश जब आनी है, तभी आएगी....मगर आपने खिड़की नही खोली तब सूरज उदय होने के बाद भी आपके कमरे मे अंधेरा रहेगा। हमारे उद्यम से ही सबकुछ होता हो, तो हर आदमी सफल होता। कभी आप सफल होते हो, कभी असफल होते हो, कभी मनचाही बात होती है, कभी अनचाही बात होती है....तब आपको लगेगा कि यह क्या चक्कर है? कोई व्यक्ति आलस्य में पड़ा रहता है, और कोई ज्वर से पीड़ित है वह करा जा रहा है, आशाओं को पकड़के तनाव से भरा जा रहा है....इससे मार्ग क्या है? तब शिव बताते है...उद्यमो भैरवः। सूरज अपने समय पर उगता है, और अपने समय पर डूबता है....मगर सूरज उगने के समय आप खिड़की खोलोगे तब प्रकाश अंदर आएगा। सबका दाता राम जरूर है पर अपने उद्यम से, भैरव बनों, रामदूत बनों। उद्यम या पुरुषार्थ न करने से कुछ भी सिद्ध नही होगा। और सिर्फ उद्यम करने से ही फल मिल जाएगा ऐसा सोचके भी नहीं करना है... फिर भी भाग्य उसी को है, जो उद्यमी है। अपना 100 प्रतिशत लगाओ...सिर्फ शारीरिक नही, मन से, बौद्धिक भी 100 प्रतिशत लगाओ। लोग कहते है, हम बहोत अच्छे है फिर भी मुसीबत मे पड़ गए। अच्छे लोगों को दुःख क्यो मिलता है, गलत काम करनेवाले मौज मे है। अच्छे लोग बेवकूफी के कारण दुःख पाते है। सिर्फ अच्छे होने से नही चलेगा, अच्छे के साथ निपुण भी बनो। निपुणता का नाम ही योग है। योग कर्मसु कौशलम्।
Shiv Sutra_2.6_ Udyamo Bhairava: Do not remain without putting effort. When the sun rises, then it will rise, when the rain has to come, then it will come… but if you did not open the window then it will remain dark in your room even after the sun rises. If everything happens with our efforts, then every man would be successful. Sometimes you are successful, sometimes you are unsuccessful, sometimes desired thing happens, sometimes unwanted things happens… Then you will feel that what is the problem? Somebody is lying idle, and someone is suffering from desires, he is being made, holding hopes and being filled with stress… what is the way out of this? Then Shiva says… Udyamo Bhairava. The sun rises on its own time, and sets down on its own time… but when the sun rises you will open the window, then the light will come in. Rama is the giver of all, but by your own efforts become Bhairava, become Ramdoot. Nothing will be achieved by not doing effort. And do not even think that you will get the fruit only by venturing ... yet the fate belongs to the one who is the entrepreneur. Put your 100 percent ... Not just by physical, also put your 100 percent with your mind, and intellectual also. People say, we are very good, yet we got into trouble. Why good people get trouble, wrong doers are in fun. Good people get hurt due to their stupidity. Just being good will not do, be good with skills. Yoga is the name of mastery. Yoga Karmasu Kaushalam.